वृषभ राशि के जातकों के लिए आने वाले कुछ साल कैसे रहेंगे? हम वर्ष 2025 से लेकर जून 2028 तक की अवधि के बारे में बात करेंगे। क्या आपको सफलता मिलेगी या तनाव रहेगा? आइए जानते हैं।
वृषभ राशि वालों के लिए महत्वपूर्ण बातें
यह जानकारी चंद्र कुंडली के अनुसार वृषभ राशि वाले लोगों और वृषभ लग्न वाले लोगों के लिए है। यह समय आपके लिए खास है, क्योंकि यह भविष्य के बारे में बताता है।
मनुष्य के जीवन में चार ग्रहों का बहुत महत्व होता है:
- शनि देव: ये एक राशि में ढाई साल तक रहते हैं।
- राहु देव और केतु देव: ये एक राशि में 18 महीने तक रहते हैं।
- देव गुरु बृहस्पति: ये एक राशि में लगभग एक साल तक रहते हैं।
पिछले कुछ समय से राहु, केतु और शनि देव ने वृषभ राशि के लोगों को कई परेशानियों का सामना करवाया है। आर्थिक, मानसिक, शारीरिक, व्यापारिक और पारिवारिक समस्याओं के कारण आप परेशान रहे हैं।
वर्तमान स्थिति
अभी देव गुरु बृहस्पति वृषभ राशि के लोगों के लग्न में बैठे हैं, लेकिन शत्रु राशि में। इसके कारण आपको यह समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें। मन में उलझन है और मान-सम्मान में कमी महसूस हो रही है। सही निर्णय लेने में भी परेशानी हो रही है।
हालांकि, संतान के कारण चिंता दूर करने का काम बृहस्पति करते हैं, लेकिन चिंता दूर नहीं हो रही है क्योंकि केतु देव मति भ्रमित कर रहे हैं।
बृहस्पति की पंचम दृष्टि शिक्षा, संतान, प्रेम संबंध, अचानक धन प्राप्ति और शेयर बाजार पर पड़ रही है। इससे सफलता मिल सकती है, लेकिन केवल उन लोगों को जो समझदार हैं और समय के साथ चलते हैं।
सप्तम दृष्टि व्यापार, दांपत्य जीवन और विवाह पर पड़ रही है, लेकिन शनि और राहु की दृष्टि के कारण व्यापार और दांपत्य जीवन में परेशानी है।
नवम दृष्टि भाग्य पर पड़ रही है, लेकिन नीच राशि होने के कारण विशेष फल की उम्मीद न करें।
आने वाला समय
मई 2025 में देव गुरु बृहस्पति आपकी कुंडली के धन भाव में आ जाएंगे। यह स्थिति बहुत अच्छी है। इससे आपकी धन की आवक बढ़ेगी, परिवार में संबंध मजबूत होंगे और पैतृक संपत्ति के मामले सुलझेंगे। गर्दन के ऊपर के हिस्सों में तकलीफ भी दूर होगी।
बृहस्पति की पंचम दृष्टि ऋण, रोग, शत्रु और अदालती मामलों में लाभ देगी। सप्तम दृष्टि ससुराल पक्ष से संबंध मजबूत करेगी और अचानक धन प्राप्ति के योग बनाएगी। नवम दृष्टि कर्म और करियर में भी सहयोग देगी। जून 2026 में देव गुरु बृहस्पति आपकी कुंडली के तीसरे भाव में अपनी उच्च राशि में आ जाएंगे। इससे छोटे भाई-बहनों, मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध मजबूत होंगे। व्यापार में लाभ होगा और यात्राओं के योग बनेंगे।
बृहस्पति की पंचम दृष्टि व्यापार और दांपत्य जीवन को बेहतर बनाएगी। विवाह के लिए भी यह अच्छा समय है। सप्तम दृष्टि भाग्य पर और नवम दृष्टि लाभ भाव पर पड़ेगी, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
जून 2027 में देव गुरु बृहस्पति आपकी कुंडली के चौथे भाव में आ जाएंगे। इससे भूमि, भवन, मकान, दुकान, जमीन, जायदाद और वाहन सुख की प्राप्ति होगी। माता से संबंध मजबूत होंगे और उनकी सेहत भी अच्छी रहेगी।
बृहस्पति की पंचम दृष्टि ससुराल पक्ष से संबंध मजबूत करेगी, अचानक धन प्राप्ति कराएगी और रहस्यमय चीजों को जानने में रुचि पैदा करेगी। सप्तम दृष्टि कर्म और करियर में लाभ देगी और नवम दृष्टि विदेश यात्राओं के योग बनाएगी।
राहु और केतु का प्रभाव
अभी राहु देव आपकी कुंडली के लाभ भाव में हैं। इससे आपको अचानक धन प्राप्ति हो सकती है।
राहु की पंचम दृष्टि छोटे भाई-बहनों, मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध कमजोर कर रही है। सप्तम दृष्टि शिक्षा, संतान, प्रेम, संबंध और अचानक धन प्राप्ति में लाभ दे रही है। नवम दृष्टि व्यापार और दांपत्य जीवन में परेशानी पैदा कर रही है।
मई 2025 में राहु देव आपकी कुंडली के कर्म और करियर भाव में और केतु देव चौथे भाव में चले जाएंगे।
राहु देव कर्म और करियर भाव में बैठकर आपको भ्रमित कर सकते हैं और नौकरी में परेशानी पैदा कर सकते हैं। केतु देव माता के स्वास्थ्य को कमजोर करेंगे और भूमि, भवन, मकान, दुकान, जमीन और जायदाद में परेशानी पैदा करेंगे।
दिसंबर 2026 में राहु देव भाग्य भाव में और केतु देव तीसरे भाव में चले जाएंगे।
केतु देव तीसरे भाव में बैठकर छोटे भाई-बहनों, मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध कमजोर करेंगे। राहु की दृष्टि के कारण भाग्य में रुकावटें आएंगी और लाभ में कमी होगी।
शनि देव का प्रभाव
अभी शनि देव आपकी कुंडली के कर्म और करियर भाव में बैठे हैं। इससे नौकरी तो मिलेगी, लेकिन शनि देव न्याय के देवता हैं और कर्मों के अनुसार फल देते हैं।
शनि की तीसरी दृष्टि विदेश और खर्च भाव पर पड़ रही है, जिससे खर्चों में वृद्धि हो सकती है। सप्तम दृष्टि माता के स्वास्थ्य को कमजोर करेगी और भूमि, भवन, मकान, दुकान, जमीन और जायदाद में परेशानी पैदा करेगी। दशम दृष्टि व्यापार और दांपत्य जीवन में परेशानी पैदा करेगी।
मार्च 2025 के बाद शनि देव आपकी कुंडली के लाभ भाव में चले जाएंगे। इससे लाभ तो होगा, लेकिन मति भ्रमित करने से बचना होगा।
जून 2027 में शनि देव आपकी कुंडली के बारहवें भाव में चले जाएंगे। इससे साढ़े साती शुरू हो जाएगी। साढ़े साती में आपको बहुत सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि खर्चों में वृद्धि होगी और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
उपाय
- महीने में एक बार अस्पताल में जाकर जरूरतमंद लोगों को दवाई दिलाएं।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें और मंगलवार को हनुमान जी को लाल पुष्प चढ़ाएं।
- माता रानी की आराधना करें और चोला चढ़ाएं।
- कुत्तों को रोटी खिलाएं और पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करें।
- शनि देव के मंदिर में तेल चढ़ाएं और जरूरतमंद लोगों को तेल के बने पकवान बांटें।
यह समय आपके लिए अच्छा हो, इसके लिए ईश्वर की आराधना करें और अच्छे कर्म करें।
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Meri date of birth 10 /05/1987 hai time 8:07 min par janam hua hai kota rajasthan main or aaj tak main apni rashi Kanya hi Maan Raha hu or aapki site virshabh bata raha hai …kripa margdarshan kare
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Jai Shree Ram
Meri date of birth 20/10/1984
Me Rajasthan udaipur district se hu
Margdarsion de ji
14/9/1988 janm tithi
Time 2.00 rat
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Jai Shree Ram
Kaushik Mehta
Dob 01-12-1963
Himmatnagat
Gujarat
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