राहु-केतु शांति: प्रभाव, उपाय और पूजा विधि | कुंडली दोषों का समाधान

राहु-केतु शांति: ग्रह दोषों से मुक्ति पाने का ज्योतिषीय समाधान

ज्योतिष में राहु और केतु(Rahu Ketu Shanti) को छाया ग्रह माना जाता है, जो कुंडली में अशुभ स्थिति में होने पर जीवन में अचानक संकट, आर्थिक नुकसान और मानसिक अशांति लाते हैं। राहु-केतु शांति के उपाय अपनाकर आप इनके नकारात्मक प्रभावों से बच सकते हैं। इस ब्लॉग में, हम राहु-केतु शांति की पूरी प्रक्रिया, प्रभावी मंत्र और घरेलू उपायों को विस्तार से समझेंगे।


राहु-केतु के प्रभाव: क्यों जरूरी है शांति?

  • राहु का अशुभ प्रभाव: करियर में रुकावट, नौकरी छूटना, धोखेबाजी, और पुरानी बीमारियाँ।
  • केतु का अशुभ प्रभाव: अकारण डर, वित्तीय नुकसान, और पारिवारिक कलह।
  • कालसर्प योग: यदि राहु-केतु कुंडली के 1-7 या 4-10 घर में हों, तो कालसर्प योग का निर्माण होता है।

राहु-केतु शांति के लिए ज्योतिषीय उपाय

1. रत्न धारण

  • राहु शांति: गोमेद (Hessonite Garnet) धारण करें।
  • केतु शांति: लहसुनिया (Cat’s Eye) धारण करें।
    सावधानी: रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषी से सलाह लें।

2. मंत्र जाप

  • राहु मंत्र:
    ॐ रां राहवे नमः
    प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
  • केतु मंत्र:
    ॐ कें केतवे नमः
    शाम के समय 27 बार जाप करें।

3. दान और व्रत

  • शनिवार को काले तिल, नारियल, या काली उड़द दान करें।
  • नवग्रह पूजा करवाएँ या 40 दिन तक हनुमान चालीसा पढ़ें।

4. वास्तु टिप्स

  • घर के उत्तर-पश्चिम दिशा में काला पत्थर या शिवलिंग रखें।
  • तुलसी के पौधे को नियमित जल अर्पित करें।

राहु-केतु शांति पूजा विधि

  1. सामग्री: नीलम के फूल, काले तिल, गुड़, काला कपड़ा, और घी का दीपक।
  2. विधि:
    • शनिवार के दिन सुबह स्नान करके काले कपड़े पहनें।
    • राहु-केतु यंत्र की स्थापना करें और घी का दीपक जलाएँ।
    • काले तिल और गुड़ से हवन करें।
    • राहु-केतु स्तोत्र का पाठ करें।

अक्सर पूछे गए प्रश्न (FAQs)

Q1. राहु-केतु शांति पूजा कब करनी चाहिए?

  • शनिवार या अमावस्या के दिन पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है।

Q2. क्या राहु-केतु शांति के बिना विवाह कर सकते हैं?

  • अगर कुंडली में कालसर्प योग है, तो पूजा करवाना अनिवार्य है।

Q3. राहु दोष से मुक्ति में कितना समय लगता है?

  • नियमित उपाय अपनाने पर 3-6 महीने में सुधार दिखता है।

निष्कर्ष

राहु-केतु शांति के उपाय न केवल ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करते हैं, बल्कि जीवन में स्थिरता और सुख भी लाते हैं। अगर आपकी कुंडली में राहु-केतु की स्थिति अशुभ है, तो जल्द से जल्द ज्योतिषीय सलाह लें और शांति पूजा करवाएँ। याद रखें, ग्रह दोष अटल नहीं होते—सही प्रयासों से इन्हें शुभ बनाया जा सकता है!


जरूर देखें :-

Main page :  click here

Personal/निजी कुंडली के लिए नीचे WhatsApp पर क्लिक करें.

For some important videos :- यहाँ क्लिक करें

इस ब्लॉग को शेयर करें और अपने अनुभव कमेंट में बताएँ! 🙏🪐

Leave a Reply