हर शनिवार करें इन 5 मंत्रों का जप: शनि दोष से मुक्ति और सुखद जीवन के लिए

हर शनिवार करें इन 5 मंत्रों का जप: शनि देव की कृपा पाएँ

शनिवार(Shaniwar) का दिन शनि देव(Shanidev) को समर्पित होता है। इस दिन विशेष मंत्रों का जप करने से शनि के कठिन प्रभाव (जैसे साढ़ेसाती/sadesati, ढैय्या) कम होते हैं और जीवन में स्थिरता आती है। इस ब्लॉग में, हम आपको 5 ऐसे प्रभावी मंत्र बताएँगे जिन्हें शनिवार को जपकर आप शनि दोष से मुक्ति पा सकते हैं।


शनिवार मंत्र जप के लिए 5 शक्तिशाली मंत्र

1. शनि मूल मंत्र

मंत्र:
ॐ शं शनैश्चराय नमः
उच्चारण विधि:

  • शनिवार सुबह स्नान के बाद काले वस्त्र पहनें।
  • शनि यंत्र या मूर्ति के सामने बैठकर 108 बार इस मंत्र का जाप करें।
  • काले तिल, सरसों का तेल, या उड़द दाल दान करें।
    लाभ: शनि की कृपा, रोग और दुर्घटनाओं से बचाव।

2. शनि बीज मंत्र

मंत्र:
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
उच्चारण विधि:

  • शाम के समय लाल चंदन की माला से 11 माला जपें।
  • लोहे की वस्तु (कील, छल्ला) पर यह मंत्र लिखकर धारण करें।
    लाभ: करियर में प्रगति, वित्तीय समस्याओं से छुटकारा।

3. शनि स्तोत्र मंत्र

मंत्र:
नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्ड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥

उच्चारण विधि:

  • शनि मंदिर में जाकर 21 बार इस स्तोत्र का पाठ करें।
  • सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
    लाभ: शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति, मानसिक शांति।

4. शनि गायत्री मंत्र

मंत्र:
ॐ काकध्वजाय विद्महे, खड्गहस्ताय धीमहि।
तन्नो मन्दः प्रचोदयात्॥

उच्चारण विधि:

  • प्रातःकाल 108 बार जपें।
  • जप के बाद पीपल के पेड़ को जल चढ़ाएँ।
    लाभ: कुंडली में शनि दोष शांति, पारिवारिक सद्भाव।

5. हनुमान मंत्र (शनि प्रकोप से बचाव)

मंत्र:
ॐ हनुमते नमः
उच्चारण विधि:

  • मंगलवार या शनिवार को हनुमान मंदिर में 11 बार इस मंत्र का जाप करें।
  • लाल फूल और सिंदूर चढ़ाएँ।
    लाभ: शनि के क्रोध से रक्षा, आत्मविश्वास बढ़ाएँ।

शनिवार मंत्र जप के लिए ज़रूरी टिप्स

  1. समय: सुबह 5-7 बजे (ब्रह्म मुहूर्त) या शाम 5-7 बजे।
  2. वस्त्र: काले या नीले रंग के कपड़े पहनें।
  3. आहार: शनिवार को नमक कम खाएँ और उड़द दाल का भोग लगाएँ।
  4. दान: गरीबों को कंबल, तेल, या काली वस्तुएँ दान करें।

अक्सर पूछे गए प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या महिलाएं शनि मंत्र जप सकती हैं?

  • हाँ, लेकिन मासिक धर्म के दौरान मंत्र जप न करें।

Q2. मंत्र जप छूट जाए तो क्या करें?

  • अगले शनिवार से फिर शुरू करें और शनि देव से क्षमा माँगें।

Q3. क्या बिना गुरु दीक्षा के मंत्र जप कर सकते हैं?

  • हाँ, लेकिन मन में शुद्ध भावना रखें और नियमितता बनाए रखें।

निष्कर्ष

शनिवार के इन 5 मंत्रों का नियमित जप आपको शनि देव की कृपा दिलाने में मदद करेगा। साथ ही, शनि साढ़ेसाती के उपाय और हनुमान चालीसा पढ़कर भी शनि के प्रकोप से बचा जा सकता है। याद रखें, शनि न्याय के देवता हैं—ईमानदारी और धैर्य से कर्म करने वालों को वे अवश्य पुरस्कृत करते हैं!


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