यह लेख सिंह राशि के जातकों के लिए वर्ष 2025 से जून 2028 तक की अवधि के बारे में है। हम देखेंगे कि इस दौरान उनका समय कैसा रहेगा, क्या उन्हें सफलता मिलेगी या तनाव का सामना करना पड़ेगा।
सिंह राशि वालों के लिए आने वाले सालों का हाल
अभी, सिंह राशि के लोग अपने व्यापार और वैवाहिक जीवन में कुछ परेशानियां महसूस कर रहे हैं। व्यापार चाहे छोटा हो या बड़ा, उसमें कुछ रुकावटें आ रही हैं। शनि देव अपनी चाल के कारण धीमी गति से फल देते हैं, जिससे लोगों को मानसिक तनाव हो रहा है। आज के समय में किसी को भी धीमी गति पसंद नहीं है, इसलिए यह तनाव और बढ़ जाता है।
दांपत्य जीवन में मुश्किलें
बहुत से सिंह राशि के लोगों के दांपत्य जीवन में दिक्कतें आ रही हैं। पति-पत्नी एक दूसरे की बात को समझ नहीं पा रहे हैं, और क्रोध जैसी स्थिति बन रही है। इससे तालमेल बिगड़ रहा है।
यह जरूरी है कि आप अपने रिश्तों को सुधारने की कोशिश करें।
भाग्य का साथ
शनि देव के कारण आपके भाग्य में भी रुकावटें आ रही हैं। जो काम आप पांच-सात दिन में होने की उम्मीद करते हैं, उसमें एक-दो महीने भी लग सकते हैं।
इसके अलावा, शनि देव के कारण आपके मान-सम्मान में कमी आ सकती है, सोचने-समझने की शक्ति कमजोर हो सकती है, और निर्णय लेने में परेशानी हो सकती है। आपको शारीरिक कष्ट और स्वभाव में चिड़चिड़ापन भी महसूस हो सकता है। आपकी वाणी भी खराब हो सकती है।
शनिदेव आपके परिवार के सुख में भी कमी ला सकते हैं। माता का स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है, और उनसे आपके संबंध बिगड़ सकते हैं। जमीन, जायदाद और वाहन सुख में भी बाधा आ सकती है।
2025 में बदलाव
29 मार्च 2025 को शनि देव आपकी कुंडली के आठवें भाव में चले जाएंगे। यह भाव आयु, मृत्यु और शारीरिक पीड़ा का होता है। यहां पर राहु देव के साथ बैठने से चांडाल दोष और पिशाच दोष का निर्माण होगा। यह स्थिति ठीक नहीं है।
आपको 18 मई 2025 तक बहुत सावधान रहने की जरूरत है।
शनिदेव की अष्टम ढैया भी शुरू हो जाएगी, जिसके कारण आपको और आपके परिवार के लोगों को रोग हो सकते हैं, और उन पर खर्च भी हो सकता है। ससुराल पक्ष से भी आपके संबंध कमजोर हो सकते हैं। जुआ, सट्टा और लॉटरी खेलने वालों के लिए भी यह समय ठीक नहीं है।
शनि देव आपके व्यापार और वैवाहिक जीवन के स्वामी होकर आठवें भाव में बैठेंगे, इसलिए आपको सावधानी से चलने की जरूरत है। जीवन साथी के साथ संबंध बनाकर रखें, और एक दूसरे के सुख-दुख में साथ दें।
व्यापार में सावधानी
व्यापार में बहुत सोच-समझकर चलें। बिना सोचे-समझे व्यापार करना, उधार देना, और अपने ग्राहकों या कर्मचारियों से संबंध खराब करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
हमेशा याद रखें, आपको डरना नहीं है, बल्कि सच्चाई का सामना करना है।
शनि देव आपकी कुंडली के छठे भाव के भी स्वामी हैं, जो ऋण, रोग, शत्रु और अदालती मामलों का होता है। इसलिए इस दौरान सोच-समझकर पैसा उधार लें और दें। बीमार होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। शत्रुओं से सावधान रहें, और अदालती मामलों में भी सोच-समझकर चलें।
कर्म और करियर
शनि देव आपके कर्म और करियर के भाव को भी देखेंगे। आपको अपने काम में सावधानी रखने की जरूरत है। बिना सोचे-समझे कोई भी कदम न उठाएं। अपने अधिकारियों से संबंध बनाकर रखें। राजनीति में भी सोच-समझकर चलें। विवादों से दूर रहें, और अपने काम पर ध्यान दें।
शनि देव की दृष्टि आपके धन के भाव पर भी पड़ेगी, जिससे धन की आवक कम हो सकती है और संचित धन भी खर्च हो सकता है। इसलिए थोड़ा सावधान रहें, और परिवार के लोगों से अच्छे संबंध बनाए रखें।
भाग्य में शनि
जून 2027 में शनि देव आपके भाग्य भाव में अपनी नीच राशि में चले जाएंगे। इससे आपके भाग्य में रुकावटें आएंगी, और कामों में देरी होगी।
लेकिन, शनि देव की तीन दृष्टियां आपको लाभ भी देंगी। उनकी तीसरी दृष्टि आपके लाभ भाव पर पड़ने से लाभ में वृद्धि होगी, और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। उनकी सातवीं दृष्टि आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि करेगी। उनकी दसवीं दृष्टि आपके शत्रुओं पर विजय दिलाएगी।
गुरु बृहस्पति का प्रभाव
अभी, देव गुरु बृहस्पति आपकी कुंडली के दसवें भाव में अपने शत्रु ग्रह शुक्र देव की राशि में बैठे हैं। इससे आपको कर्म और करियर के क्षेत्र में मानसिक तनाव हो रहा है। आपका मन काम में नहीं लग रहा है, और अपने सहकर्मियों से भी आपके संबंध अच्छे नहीं हैं। आप बार-बार नौकरी बदलने की सोच रहे हैं, लेकिन डर के कारण कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं।
मई 2025 में देव गुरु बृहस्पति आपकी कुंडली के ग्यारहवें लाभ भाव में चले जाएंगे। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, और परिवार के लोगों से भी आपके रिश्ते मजबूत होंगे।
यह समय आपके लिए अच्छा होगा।
गुरु बृहस्पति की दृष्टि आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि करेगी, और संतान से जुड़ी आपकी चिंताएं भी दूर होंगी। शिक्षा के क्षेत्र में भी आपको सफलता मिलेगी। आपको संतान की प्राप्ति हो सकती है, और प्रेम संबंधों में भी सफलता मिल सकती है। शेयर बाजार से भी आपको लाभ हो सकता है।
जून 2026 में देव गुरु बृहस्पति आपकी कुंडली के बारहवें भाव में अपनी उच्च राशि में चले जाएंगे। इससे विदेश में रहने वाले लोगों को लाभ होगा। बाकी लोगों को यात्राओं से लाभ होगा। शुभ कार्यों में धन खर्च होगा।
जून 2027 में देव गुरु बृहस्पति अपनी राशि में आएंगे, जिससे आपके मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आपकी सोचने-समझने की शक्ति बढ़ेगी, और आप सही निर्णय ले पाएंगे।
राहु और केतु का प्रभाव
राहु देव आपकी कुंडली के आठवें भाव में बैठे हैं, जिससे आपको शारीरिक पीड़ा हो रही है। उनकी दृष्टि से आपके खर्चों में वृद्धि हो रही है, और ससुराल पक्ष से भी आपके संबंध कमजोर हो रहे हैं। मई 2025 में राहु देव कुंडली के सप्तम भाव में आ जाएंगे, जिससे व्यापार में कुछ परेशानियां आ सकती हैं।
18 मई 2025 से दृष्टि ग्रहण दोष बनने से आपके मान-सम्मान में कमी आ सकती है, और आप सही निर्णय लेने में सक्षम नहीं रहेंगे। दिसंबर 2026 में केतु देव आपकी कुंडली के बारहवें भाव में और राहु देव छठे भाव में चले जाएंगे। इससे आपके खर्चों में वृद्धि होगी, और विदेश में रहने वाले लोगों को भी तकलीफ होगी।
उपाय
इन परेशानियों से बचने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं:
- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- हनुमान जी को लाल फूल चढ़ाएं।
- भगवान शिव को जल चढ़ाएं।
- पक्षियों को दाना पानी डालें।
- कुत्तों को रोटी खिलाएं।
- शनिवार को शनि देव के मंदिर में तेल चढ़ाएं, और तेल से बने पकवान जरूरतमंदों को बांटें।
- शनि मुद्रिका धारण करें।
निष्कर्ष
यह समय सिंह राशि के लोगों के लिए परीक्षा का समय है। आपको हताश और निराश नहीं होना है, बल्कि आगे बढ़ना है और समय के साथ चलना है।
हमेशा सकारात्मक रहें और अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें।