कन्या राशि के जातकों के लिए वर्ष 2018 से 2024 का समय काफी महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण रहा है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि कैसे इस अवधि में कन्या राशि के जातकों ने विभिन्न परेशानियों का सामना किया और अब 2024 में उन्हें क्या लाभ मिलने की संभावना है।
2018 का संकट
वर्ष 2018 में कन्या राशि के लोग कठिनाइयों का सामना कर रहे थे। उनकी कुंडली के लाभ भाव में राहु देव और पंचम भाव में केतु देव विराजमान हो गए थे। इसके परिणामस्वरूप लाभ में कमी आई और कई जातकों ने अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों से संबंध खराब कर लिए। व्यापार में भी बाधाएं आईं और कई लोगों को उधारी के पैसे मिलने में कठिनाई हुई।
राहु देव की दृष्टि ने परिवार के सदस्यों से संबंधों को कमजोर किया। इस दौरान कन्या राशि के लोगों का मन उदास रहा और व्यापार में उन्नति की संभावनाएं भी कम हो गईं।
2019 में सुधार के संकेत
वर्ष 2019 में देव गुरु बृहस्पति कन्या राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में आ गए। इस समय माता से संबंधों में सुधार हुआ और जमीन-जायदाद में निवेश करने के अवसर बने। कई कन्या जातकों को अपने व्यवसाय में भी लाभ मिला।
यह एक अच्छा समय था, जहां कन्या राशि के लोग अपने करियर में भी प्रगति करते हुए देखे गए।
2020 का मिश्रित अनुभव
वर्ष 2020 में शनिदेव और देव गुरु बृहस्पति दोनों ही कुंडली के पंचम भाव में विराजमान हुए। यह समय शिक्षा, संतान और प्रेम संबंधों में सुधार का संकेत था। हालांकि, बृहस्पति की नीच राशि में रहने के कारण कुछ लाभ नहीं मिल पाए।
इस दौरान कई लोगों ने अपने रुके हुए काम को आगे बढ़ाने की कोशिश की और नई संभावनाएं खोजने का प्रयास किया।
2021 की नई संभावनाएं
वर्ष 2021 में देव गुरु बृहस्पति ने कन्या राशि के छठे भाव में प्रवेश किया। इसके बाद वे सप्तम भाव में चले गए। इस वर्ष व्यापार में सुधार और जीवन साथी से संबंधों में भी मजबूती आई।
कन्या राशि के जातकों ने अपने पुराने व्यापार में भी अच्छे लाभ के संकेत देखे।
2022 की चुनौतियाँ
वर्ष 2022 में राहु देव अष्टम भाव में विराजमान हुए। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और धन खर्च की स्थितियां उत्पन्न हुईं।
कई कन्या राशि के जातकों को अपने ससुराल पक्ष से संबंधों में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, अष्टम भाव में राहु के प्रभाव से जुआ और सट्टा खेलने वालों को नुकसान हुआ।
2023 में स्थिति में बदलाव
अप्रैल 2023 में देव गुरु बृहस्पति ने राहु देव के साथ में बैठकर गुरु चांडाल दोष बना दिया। इससे स्थितियों में सुधार नहीं हुआ। लेकिन 30 अक्टूबर 2023 को ग्रहों की स्थिति में बदलाव आया।
राहु देव और केतु देव ने अपनी स्थिति बदल ली, जिससे कन्या राशि के लोगों के धन में आने वाले अवरोध समाप्त होने लगे।
2024 में संभावित लाभ
वर्ष 2024 कन्या राशि के जातकों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आ रहा है। राहु देव सप्तम भाव में और केतु देव प्रथम भाव में चले गए हैं। इस परिवर्तन से धन के आगमन में सुधार होने की संभावना है।
देव गुरु बृहस्पति अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। लेकिन, ससुराल पक्ष से संबंध बेहतर होंगे और व्यापार में भी लाभ के संकेत दिखाई देंगे।
उपाय और सलाह
कन्या राशि के जातकों को इस समय कुछ विशेष उपाय करने चाहिए। प्रतिदिन प्रात: गौ माता को रोटी और गुड़ दें। हनुमान जी की आराधना करें। इसके अलावा, शनिदेव के मंदिर में तेल का दीपक करें और पीपल के पेड़ में भी दीपक जलाएं।
इन उपायों से ग्रहों की स्थिति को सकारात्मक दिशा में लाने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
कन्या राशि के जातकों के लिए 2018 से 2024 का समय उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। लेकिन, 2024 में उन्हें अपने प्रयासों का फल मिलने की संभावना है। समय के साथ-साथ स्थिति बदलती है, और यह समय भी बदलने वाला है।
ध्यान रखें, हर कठिनाई के बाद एक नई सुबह आती है। इसलिए, अपने प्रयासों को जारी रखें और सकारात्मक रहें।
कन्या राशि वर्ष 2018 से जितना खोया उससे ज्यादा पाने वाला समय 2024 | kanya rashi